JEE Advanced 2025 के नतीजे 2 जून को IIT कानपुर द्वारा जारी किए गए है। इस साल करीब 1.8 लाख छात्रों ने देश की इस सबसे कठिन मानी जाने वाली इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लिया था। हर साल की तरह इस साल भी कई होनहार और होशियार छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया। आइए जानते हैं AIR 1 टॉपर रजित गुप्ता और महिला टॉपर देवदत्ता माझी की सफलता के पीछे आखिर कोनसी कहानी और कोनसा इस सीक्रेट है। जिससे उन्होंने इन कठिन परीक्षा मे अच्छे नंबर नही बल्कि सबसे टॉप पर आकर उनका नाम और अपने मा बाप नाम उन्होंने रोसन् कर दिखाया।

JEE Advanced 2025 AIR 1: रजित गुप्ता
स्कोर: 360 में से 332 अंक
ज़ोन: IIT दिल्ली
कोचिंग: कोटा, राजस्थान
पिछला रिकॉर्ड: JEE Main दोनों सेशनों में 100 पर्सेंटाइल
पढ़ाई का तरीका
रजित का मानना है कि अगर हमे एक्साम मे अच्छे नंबर लाना है तो सख्त रूटीन से ज्यादा जरूरी है कंसिस्टेंसी और स्मार्ट वर्क। उन्होंने कहा, “मैं तभी पढ़ता था जब मन करता, लेकिन मे उस समय को पूरी तरह से इस्तेमाल करता था।” और मन लगाकर पढ़ता था। मेने कोई रुटिन नही बनाया। मेरा मन करता तभी मे पढ़ने बैठ जाता। जिससे मुझे वो सब आसानी से समझ आ जाता था। और पढ़ने मे मुझे आसानी और उसे पढ़ने मे मन लगा रहता था।
पारिवारिक सहयोग
उनके पिता भी इंजीनियर हैं और माँ एक प्रोफेसर हैं। रजित के मुताबिक उनके माता-पिता ने कभी उन पर दबाव नहीं डाला, बल्कि हमेशा सकारात्मक सहयोग दिया। जस्से उन्हे कभी भी एक्साम का उनके उपर कोई भी लोड नही आया। और उन्होंने इसे खुले मन से इस एक्साम का आनंद उठाया।
लक्ष्य
अब उनका सपना IIT बॉम्बे में कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना है।

महिला टॉपर: देवदत्ता माझी (AIR 16)
स्कोर: 360 में से 312 अंक
राज्य: पश्चिम बंगाल
स्कूल: कटवा DDC गर्ल्स हाई स्कूल
कोचिंग: FIITJEE eSchool
बोर्ड परीक्षा: 500 में से 492 अंक, WB बोर्ड में 6वीं रैंक
पढ़ाई की रणनीति
देवदत्ता ने कक्षा 11 से ही JEE की तैयारी शुरू कर दी थी। वे कहती हैं, “मैंने हर दिन 10-11 घंटे पढ़ाई की और सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाई।” उनकी सफलता का राज रहा – डेली रिवीजन, कड़ी मेहनत और आत्म-नियंत्रण।
फैमिली सपोर्ट और मोटिवेशन
उनकी माँ ही उनकी गाइड थीं। वे बताती हैं, “मैं खुद से प्रेरित रहती थी, मुझे बाहर से मोटिवेशन की जरूरत नहीं पड़ी।”
फ्यूचर प्लान
IITs के बजाय देवदत्ता का सपना है की IISc बैंगलोर से गणित और कंप्यूटिंग में बीटेक करना और फिर AI और रोबोटिक्स में करियर बनाना।
क्या सीख सकते हैं इन टॉपर्स से?
अनुशासन + लचीलापन = स्मार्ट तैयारी
स्ट्रेस से दूर रहना जरूरी है।
कोर्स की गहराई में जाकर पढ़ना बेहतर है।
स्व-अध्ययन (Self-Study) सबसे ज्यादा असरदार होता है।
माता-पिता और मेंटर का सहयोग अहम भूमिका निभाता है।
JoSAA काउंसलिंग 2025
अब सभी पात्र उम्मीदवार 3 जून 2025 से शुरू हो रही JoSAA काउंसलिंग के ज़रिए अपने पसंदीदा IIT, NIT, और अन्य तकनीकी संस्थानों में सीट के लिए आवेदन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
रजित गुप्ता और देवदत्ता माझी की कहानी इस बात का सबूत है कि सफलता सिर्फ किताबों से नहीं, बल्कि सोच, रणनीति और लगातार प्रयास से मिलती है। यदि आप भी JEE की तैयारी कर रहे हैं, तो इनकी रणनीति और अनुभव आपके लिए बेहद प्रेरणादायक साबित हो सकते हैं।
टॉपिक से जुड़ी जरूरी बातें:
JEE Advanced 2025 टॉपर लिस्ट
JoSAA काउंसलिंग गाइड
टॉप IITs में कौन सा ब्रांच बेस्ट है?
Self-study vs Coaching – क्या सही है आपके लिए?
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