Eternal शेयर 15% उछला, गोयल की संपत्ति ₹1667Cr बढ़ी
Eternal शेयर 15% उछला, गोयल की संपत्ति ₹1667Cr बढ़ी :- 22 जुलाई 2025 – भारतीय शेयर बाजार में सोमवार का दिन Eternal के निवेशकों के लिए बेहद लाभदायक साबित हुआ। Zomato और Blinkit की पैरेंट कंपनी Eternal Limited के शेयरों में लगभग 15% की तेज़ी देखने को मिली। NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर कंपनी का स्टॉक 15% की उछाल के साथ ₹311.25 पर बंद हुआ, जो कि इसका अब तक का रिकॉर्ड हाई स्तर है।
इस दमदार रैली के चलते कंपनी के को-फाउंडर और CEO अलोक गोयल की नेटवर्थ में भी भारी उछाल आया है। शेयरों में उछाल के साथ ही उनकी संपत्ति में ₹1667 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले दो कारोबारी सत्रों में Eternal के शेयरों में 20% से अधिक की बढ़त हो चुकी है, जिससे कंपनी का कुल मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ₹40,000 करोड़ रुपये तक बढ़ गया है।
शेयरों में तेजी की बड़ी वजह – जून तिमाही के नतीजे
Eternal की यह धमाकेदार रैली ऐसे समय में आई है जब कंपनी ने हाल ही में जून 2025 की तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजे घोषित किए हैं। इन नतीजों ने बाजार को चौंका दिया क्योंकि कंपनी ने उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है:
राजस्व (Revenue) में साल-दर-साल जबरदस्त उछाल
ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन (EBITDA) में सुधार
Blinkit और Zomato दोनों के मुनाफे में बढ़त
नए शहरों में तेजी से विस्तार और ऑर्डर वॉल्यूम में ग्रोथ
विश्लेषकों के अनुसार, Eternal की ओमनी-चैनल डिलीवरी रणनीति, तेजी से बढ़ते कंज़्यूमर बेस और मजबूत तकनीकी इन्फ्रास्ट्रक्चर ने कंपनी को प्रतिस्पर्धा में आगे रखा है। Blinkit द्वारा डार्क स्टोर्स की संख्या बढ़ाना और Zomato की प्रीमियम मेंबरशिप सर्विस में बढ़ती दिलचस्पी भी कंपनी के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है।
इनवेस्टर्स को मिला बड़ा फायदा
Eternal के इस प्रदर्शन ने न केवल कंपनी के प्रमोटर्स और लीडर्स को मालामाल किया, बल्कि रिटेल और इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर्स को भी शानदार रिटर्न दिया है। जिन निवेशकों ने पिछले महीने इस स्टॉक में निवेश किया था, उन्हें अब तक करीब 35-40% का रिटर्न मिल चुका है।
विश्लेषकों की राय – क्या आगे और बढ़ेगा स्टॉक?
टॉप ब्रोकरेज हाउस और मार्केट एनालिस्ट्स Eternal के भविष्य को लेकर काफी सकारात्मक हैं:
Motilal Oswal ने Eternal के टारगेट प्राइस को ₹340 तक बढ़ाया है।
ICICI Securities के अनुसार कंपनी का EBITDA ग्रोथ अगले 3 क्वार्टर में और तेजी पकड़ सकता है।
JM Financial ने Eternal को “Strong Buy” रेटिंग दी है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि कंपनी के पास लॉन्ग टर्म में ग्रोथ के बहुत मौके हैं, खासकर क्विक कॉमर्स और AI आधारित फूड डिलीवरी मॉडल में।
CEO आलोक गोयल की संपत्ति में जबरदस्त उछाल
Eternal के शेयरों में उछाल का सीधा फायदा कंपनी के सीईओ और सह-संस्थापक आलोक गोयल को भी मिला है। उनके पास कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी है। पिछले दो दिनों में उनकी नेटवर्थ में ₹1667 करोड़ रुपये की बढ़त देखी गई है, जिससे वह अब भारत के शीर्ष स्टार्टअप अरबपतियों में गिने जाने लगे हैं।
गोयल ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था:
“हम Eternal को सिर्फ एक डिलीवरी कंपनी नहीं, बल्कि एक AI-पावर्ड लॉजिस्टिक्स एंड सर्विस इकोसिस्टम के रूप में विकसित करना चाहते हैं। हमारा फोकस टेक्नोलॉजी, क्विक एक्सपेंशन और यूज़र सैटिस्फैक्शन पर है।”
क्या निवेश करना चाहिए Eternal में?
यदि आप सोच रहे हैं कि Eternal में अभी निवेश करना सही रहेगा या नहीं, तो ध्यान रखें:
शॉर्ट टर्म में स्टॉक थोड़ा वोलाटाइल रह सकता है क्योंकि यह अपने उच्चतम स्तर पर है।
लॉन्ग टर्म के लिए, यदि कंपनी इसी तरह के परिणाम देती रही तो यह एक मल्टीबैगर स्टॉक साबित हो सकता है।
लेकिन निवेश से पहले अपनी जोखिम क्षमता, पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन और फाइनेंशियल कंसल्टेंट से सलाह अवश्य लें।
Eternal शेयर – प्रमुख आंकड़े (22 जुलाई 2025)
पैरामीटर | डिटेल |
---|---|
स्टॉक प्राइस | ₹311.25 |
दो दिन की वृद्धि | 20%+ |
मार्केट कैप में इजाफा | ₹40,000 करोड़ |
CEO आलोक गोयल की संपत्ति में इजाफा | ₹1667 करोड़ |
52-हफ्ते का हाई | ₹311.25 (नई रिकॉर्ड) |
ब्रोकरेज रेटिंग | Strong Buy / Target ₹340+ |
Eternal का स्टॉक तेज़ी से उन कंपनियों की लिस्ट में शामिल होता जा रहा है, जो तकनीक, इनोवेशन और मार्केट डिमांड का परफेक्ट मेल हैं। मजबूत तिमाही परिणाम, तेजी से बढ़ता यूज़र बेस और कुशल मैनेजमेंट टीम इसकी सफलता की मुख्य वजह हैं। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी इस ग्रोथ को किस तरह बनाए रखती है।
दीपिंदर गोयल की संपत्ति में ज़बरदस्त इज़ाफा
Zomato और Blinkit की पैरेंट कंपनी Eternal Limited के शेयरों में जबरदस्त तेजी का सीधा फायदा कंपनी के सीईओ और सह-संस्थापक दीपिंदर गोयल को हुआ है। Eternal के शेयरों में आई 15% की जोरदार उछाल ने न सिर्फ मार्केट को चौंका दिया, बल्कि दीपिंदर गोयल की संपत्ति में 1,667 करोड़ रुपये से ज्यादा की वृद्धि कर दी है।
दरअसल, दीपिंदर गोयल के पास Eternal में 36,94,71,500 शेयरों की हिस्सेदारी है। जब कंपनी ने जून तिमाही के शानदार नतीजे घोषित किए थे, उस समय शेयर का भाव 266 रुपये था। लेकिन इन नतीजों के प्रभाव और बाजार में बढ़ते भरोसे के चलते 22 जुलाई को कंपनी का शेयर प्राइस 311 रुपये के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। यही वजह रही कि गोयल की नेट वर्थ में कुछ ही घंटों में 1,600 करोड़ रुपये से ज्यादा की छलांग लग गई।
हालांकि, ट्रेडिंग सेशन के अंत में शेयर थोड़ी गिरावट के साथ ₹299.75 पर बंद हुआ। लेकिन इसके बावजूद यह दिनभर में 10.32% की वृद्धि को दर्शाता है, जो कि किसी भी लार्ज-कैप कंपनी के लिए एक उल्लेखनीय आंकड़ा है।
दीपिंदर गोयल की संपत्ति में कितनी बढ़ोतरी हुई?
Eternal के शेयर प्राइस में उछाल ने दीपिंदर गोयल की हिस्सेदारी के वैल्यूएशन को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। आइए संक्षेप में समझते हैं:
विवरण | आंकड़ा |
---|---|
गोयल के पास कुल शेयर | 36,94,71,500 |
तिमाही नतीजों के दिन शेयर प्राइस | ₹266 |
22 जुलाई को हाई प्राइस | ₹311 |
दिन का क्लोजिंग प्राइस | ₹299.75 |
नई नेट वर्थ (क्लोजिंग के आधार पर) | ₹11,071.86 करोड़ |
नेट वर्थ में वृद्धि | ₹1,667+ करोड़ |
बड़ी बात – सिर्फ दो दिन में अरबों की संपत्ति में उछाल
सोचिए, सिर्फ दो कारोबारी सत्रों के भीतर दीपिंदर गोयल की कुल संपत्ति में ₹1,667 करोड़ रुपये से ज्यादा की वृद्धि हो गई है। यह इस बात का संकेत है कि Eternal जैसे टेक-आधारित स्टार्टअप्स, जब भरोसेमंद और स्केलेबल मॉडल पर काम करते हैं, तो वे न सिर्फ मार्केट को प्रभावित करते हैं, बल्कि प्रमोटर्स को भी सुपर-रिच बना सकते हैं।
इतनी बड़ी हिस्सेदारी और कंपनी की ग्रोथ रफ्तार को देखते हुए बाजार विशेषज्ञ मान रहे हैं कि गोयल की नेट वर्थ निकट भविष्य में और भी तेजी से बढ़ सकती है।
दीपिंदर गोयल की सोच और नेतृत्व क्षमता
दीपिंदर गोयल लंबे समय से भारतीय टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम का जाना-पहचाना नाम हैं। Zomato की सफलता के बाद उन्होंने Blinkit को Eternal के साथ मिलाकर एक सुपर ऐप रणनीति की नींव रखी है। उनका मानना है कि भारत में क्विक कॉमर्स, AI-पावर्ड डिलीवरी और प्रीमियम फूड एक्सपीरियंस का भविष्य बेहद उज्जवल है।
हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था:
“हम Eternal को भारत का सबसे भरोसेमंद, तेज़ और किफायती डिलीवरी प्लेटफॉर्म बनाना चाहते हैं – एक ऐसा प्लेटफॉर्म जो तकनीक के दम पर हर ग्राहक के जीवन को आसान बनाए।”
उनकी इसी दृष्टिकोण और लीडरशिप स्टाइल का नतीजा है कि Eternal आज एक तेजी से ग्रो करने वाली कंपनी बन चुकी है।
Eternal की शेयर रैली – क्या आगे भी जारी रहेगी?
कई मार्केट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि Eternal के शेयरों में यह तेजी सिर्फ शुरुआत है। कंपनी के तिमाही नतीजों, रणनीतिक विस्तार और ब्रांड वैल्यू को देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले हफ्तों में भी यह स्टॉक निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकता है।
लेकिन, विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि इस तरह की तेजी के बाद थोड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिल सकती है, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
Eternal के शेयरों में तेज़ी और दीपिंदर गोयल की संपत्ति में हुई भारी वृद्धि न केवल एक व्यक्ति की सफलता की कहानी है, बल्कि यह दर्शाता है कि भारत में टेक स्टार्टअप्स अब वैल्यू क्रिएशन और इनवेस्टर रिटर्न दोनों के मामले में ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखते हैं। अगर Eternal इसी ट्रैक पर चलता रहा, तो यह स्टॉक और इसके प्रमोटर्स – दोनों आने वाले वर्षों में नई ऊंचाइयां छू सकते हैं।
₹3 लाख करोड़ के मार्केट कैप क्लब में Eternal
22 जुलाई की जबरदस्त शेयर रैली के बाद Eternal Limited अब केवल एक हाई-ग्रोथ टेक स्टार्टअप नहीं रहा, बल्कि यह भारतीय शेयर बाजार के दिग्गजों की पंक्ति में शामिल हो गया है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹3 लाख करोड़ रुपये (₹3 Trillion) के आंकड़े को पार कर चुका है — जो कि किसी भी कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है, खासकर जब वह कंपनी एक दशक से भी कम समय में इतनी ऊंचाई तक पहुंची हो।
यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि Eternal अब कई Nifty 50 की स्थापित और वर्षों पुरानी कंपनियों को पीछे छोड़ चुका है। इनमें वे कंपनियां शामिल हैं जो पारंपरिक बिजनेस मॉडल पर काम करती हैं और जिनकी पकड़ दशकों से बाज़ार में मजबूत रही है।
Eternal ने किन दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ा?
Eternal अब मार्केट कैप के मामले में भारत की कुछ प्रमुख कंपनियों से आगे निकल चुका है। आइए नजर डालते हैं उन कंपनियों पर जिन्हें Eternal ने पछाड़ा है:
कंपनियों के नाम | मार्केट कैप (₹ करोड़ में, अनुमानित) |
---|---|
Wipro | ~₹2.5 लाख करोड़ |
Tata Motors | ~₹2.8 लाख करोड़ |
JSW Steel | ~₹2.2 लाख करोड़ |
Nestle India | ~₹2.3 लाख करोड़ |
Coal India | ~₹2.6 लाख करोड़ |
Bajaj Auto | ~₹2.2 लाख करोड़ |
Asian Paints | ~₹2.9 लाख करोड़ |
Eicher Motors | ~₹1.2 लाख करोड़ |
Tech Mahindra | ~₹1.3 लाख करोड़ |
Cipla | ~₹1.1 लाख करोड़ |
👉 Eternal का मार्केट कैप इन सभी को पछाड़ते हुए ₹3,00,000 करोड़ (3 ट्रिलियन रुपये) से ऊपर जा पहुंचा है।
क्यों खास है यह उपलब्धि?
स्टार्टअप से ब्लू-चिप बनने तक का सफर: Eternal की शुरुआत एक फूड डिलीवरी स्टार्टअप Zomato के रूप में हुई थी। फिर Blinkit के अधिग्रहण और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में विस्तार के बाद, कंपनी ने टेक्नोलॉजी-पावर्ड क्विक कॉमर्स और AI आधारित डिलीवरी मॉडल में एक बड़ी छलांग लगाई। कुछ ही वर्षों में कंपनी अब एक ब्लू-चिप स्टॉक बनने के रास्ते पर है।
टेक्नोलॉजी सेक्टर को नई पहचान: Eternal की सफलता यह भी दिखाती है कि भारत का टेक स्टार्टअप सेक्टर अब सिर्फ “उभरता हुआ” नहीं है, बल्कि यह बड़ी-बड़ी पारंपरिक कंपनियों को चुनौती देने की क्षमता रखता है।
बाजार में निवेशकों का भरोसा: मार्केट कैप में इतनी बड़ी छलांग तभी मुमकिन है जब रिटेल और संस्थागत निवेशकों दोनों का भरोसा कंपनी के बिजनेस मॉडल और भविष्य पर हो। Eternal ने यह विश्वास लगातार मजबूत किया है — खासकर Zomato के मुनाफे में लौटने और Blinkit के ऑर्डर वॉल्यूम में रिकॉर्ड ग्रोथ के चलते।
Eternal अब किस लेवल पर खड़ा है?
Eternal का मार्केट कैप केवल आंकड़ों की दृष्टि से नहीं, बल्कि ब्रांड वैल्यू, कंज्यूमर ट्रस्ट और इनोवेशन के लिहाज से भी उसे भारत की टॉप कंपनियों की लीग में शामिल करता है। अब यह कंपनी:
भारत की Top 25 Most Valuable Companies में जगह बना चुकी है।
स्टार्टअप से यूनिकॉर्न और अब ब्लूचिप की दिशा में स्पष्ट रूप से आगे बढ़ रही है।
आने वाले समय में Nifty 50 Index में शामिल होने की पूरी संभावना रखती है।
Eternal की मार्केट वैल्यू ₹3 लाख करोड़ पार करना केवल एक संख्या नहीं है — यह उस परिवर्तन का प्रतीक है जो भारतीय इकॉनमी में तेजी से हो रहा है। जहां एक समय पारंपरिक कंपनियां शेयर बाजार पर राज करती थीं, वहीं अब टेक्नोलॉजी, क्विक कॉमर्स, AI और डिजिटल सर्विस-आधारित कंपनियां निवेशकों का ध्यान खींच रही हैं। Eternal अब सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि भारत के नए युग की बिजनेस सफलता की मिसाल बन चुकी है।
ट्रेडिंग वॉल्यूम और टेक्निकल पोजिशन
Eternal के शेयरों में आई हालिया जबरदस्त तेजी केवल भावनात्मक या सट्टा आधार पर नहीं थी, बल्कि इस रैली को मजबूत ट्रेडिंग वॉल्यूम और तकनीकी संकेतों का भरपूर समर्थन मिला है। यही कारण है कि बाजार विशेषज्ञों और निवेशकों दोनों के बीच Eternal का भरोसा और अधिक गहरा हुआ है।
22 जुलाई को NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर Eternal के करीब 27 करोड़ शेयरों का व्यापार हुआ, जो सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना अधिक है। इस ज़बरदस्त ट्रेडिंग एक्टिविटी के चलते Eternal का कुल टर्नओवर ₹7,988.26 करोड़ रुपये तक पहुंच गया — जो कि भारतीय इक्विटी मार्केट में एक बड़े स्टॉक के लिए भी अत्यधिक माना जाता है।
डिलीवरी वॉल्यूम भी ऐतिहासिक स्तर पर
Eternal के लिए सिर्फ ट्रेडिंग वॉल्यूम ही नहीं, बल्कि डिलीवरी वॉल्यूम (यानी खरीदे गए शेयर वास्तव में निवेशकों द्वारा होल्ड किए गए, न कि केवल ट्रेडिंग के लिए खरीदे-बेचे गए) भी बीते पांच कारोबारी दिनों के औसत से कहीं अधिक रहा।
इसका मतलब यह है कि बड़ी संख्या में निवेशकों ने Eternal के शेयर केवल शॉर्ट-टर्म मुनाफा कमाने के लिए नहीं, बल्कि लॉन्ग टर्म होल्डिंग के इरादेसे खरीदे हैं। यह एक पॉज़िटिव संकेत होता है कि बाजार Eternal के फंडामेंटल्स और ग्रोथ ट्रैक पर भरोसा कर रहा है।
टेक्निकल एनालिसिस क्या कहता है?
तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) के नजरिए से भी Eternal का स्टॉक एक मजबूत स्थिति में है:
Eternal का शेयर फिलहाल अपनी 5-दिन (5-DMA) और 20-दिन (20-DMA) की मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहा है।
यह स्थिति संकेत देती है कि स्टॉक में बुलिश मोमेंटम बना हुआ है और निवेशकों का रुझान सकारात्मक है।
शेयर ने हाल के दिनों में ब्रेकआउट जोन को पार कर लिया है, जिससे इसके लिए अगला टारगेट प्राइस और भी ऊंचा हो सकता है।
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि अगर वॉल्यूम इसी तरह बना रहा तो Eternal निकट भविष्य में ₹325–₹340 तक जा सकता है।
तकनीकी संकेत और निवेशकों की धारणा – एक साथ सकारात्मक
किसी भी स्टॉक की मजबूती तब अधिक मायने रखती है जब उसमें फंडामेंटल्स, तकनीकी संकेत और ट्रेडिंग व्यवहार – तीनों का मेल हो। Eternal के मामले में, यह “तीनों का तालमेल” साफ तौर पर दिख रहा है:
फंडामेंटल ग्रोथ – शानदार तिमाही नतीजे, तेज राजस्व वृद्धि, और यूनिट इकॉनमिक्स में सुधार।
ट्रेडिंग वॉल्यूम – रिकॉर्ड स्तर की बायिंग एक्टिविटी और डिलीवरी में बढ़त।
टेक्निकल सपोर्ट – मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेडिंग, RSI और MACD जैसे इंडिकेटर्स में भी मजबूती के संकेत।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
अगर आप शॉर्ट टर्म ट्रेडर हैं, तो Eternal में ब्रेकआउट की स्थिति को ट्रैक करते हुए तेजी का फायदा उठाया जा सकता है, लेकिन प्रॉफिट बुकिंग की संभावना को भी ध्यान में रखें।
अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर हैं, तो यह शेयर अभी भी अच्छी प्रवृत्ति में है, खासकर जब मार्केट वॉल्यूम और तकनीकी संकेत समर्थन दे रहे हैं। ऐसे में आंशिक निवेश की रणनीति अपनाई जा सकती है।
Eternal की हालिया रैली सिर्फ एक संयोग नहीं है, बल्कि यह निवेशकों के बढ़ते भरोसे, तगड़ी खरीदारी और मजबूत तकनीकी संकेतों का परिणाम है। 27 करोड़ से अधिक शेयरों का ट्रेड होना और करीब 8,000 करोड़ रुपये का टर्नओवर दिखाता है कि यह स्टॉक अब छोटे निवेशकों से लेकर बड़े संस्थागत निवेशकों तक की निगरानी में आ चुका है। यदि आने वाले दिनों में कंपनी इसी तरह प्रदर्शन करती रही, तो Eternal भारत के शेयर बाजार में एक दीर्घकालिक लीडर के रूप में उभर सकता है।

ब्रोकरेज हाउस का नजरिया
JM Financial Institutional Securities ने एक नोट में कहा,
“Eternal ने एक बार फिर Blinkit को लेकर सकारात्मक रूप से चौंकाया है। इस बार रिपोर्टेड नंबर से ज़्यादा सरप्राइज़ मैनेजमेंट की सकारात्मक टिप्पणी में था, जो पिछली तिमाही के सतर्क रुख से बिल्कुल अलग है।”
Eternal ने जून तिमाही में कुल 7,167 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल इसी अवधि में 4,206 करोड़ रुपये था। पहली बार, कंपनी के क्विक कॉमर्स बिजनेस (Blinkit) का नेट ऑर्डर वैल्यू (NOV), पूरे तिमाही के दौरान फूड डिलीवरी से ज्यादा रहा।
Blinkit जो कि 10 मिनट में ग्रॉसरी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स तक डिलीवर करता है, वह अभी भी Flipkart, Swiggy, Amazon और BigBasket जैसे दिग्गजों के बीच क्विक कॉमर्स मार्केट में सबसे आगे है।
Jefferies के एनालिस्ट्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा:
“हमने प्रतिस्पर्धा के खतरे को अधिक आंका था। Blinkit की ग्रोथ, बेहतर मार्जिन और भविष्य की ऊंची संभावनाएं हमारे आकलन से कहीं बेहतर हैं।”
लाभ में गिरावट, लेकिन रणनीतिक निवेश जारी
हालांकि Eternal ने जून 2025 की तिमाही में ₹25 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, लेकिन यह आंकड़ा पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में काफी कम (₹253 करोड़) है। यानी कंपनी का प्रॉफिट साल-दर-साल लगभग 90% घट गया है। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब कंपनी के शेयरों में रिकॉर्ड तेजी देखी जा रही है, जिससे निवेशकों और विश्लेषकों के बीच एक मिश्रित प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई है।
Eternal ने इस गिरावट के पीछे दो प्रमुख कारण बताए हैं:
क्विक कॉमर्स (Blinkit) में बढ़ता निवेश:
Eternal ने तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स बिजनेस — खासकर Blinkit में — डार्क स्टोर्स के विस्तार, 10-मिनट डिलीवरी मॉडल और सप्लाई चेन ऑप्टिमाइजेशन के लिए बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश किया है। यह निवेश भविष्य की ग्रोथ के लिए जरूरी है, लेकिन शॉर्ट टर्म में प्रॉफिटेबिलिटी को प्रभावित करता है।आउटिंग वर्टिकल्स में एग्रेसिव एंट्री:
Eternal ने हाल ही में मूवी टिकटिंग, लाइव इवेंट्स और एक्सपीरियंस बुकिंग जैसे आउटिंग सेगमेंट में विस्तार किया है। इस नए वर्टिकल में ब्रांड बिल्डिंग, मार्केट पेनिट्रेशन और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हुआ, जिससे कंपनी की तिमाही आय पर असर पड़ा।
हालांकि कंपनी ने ऑपरेशनल लेवल पर मजबूत परफॉर्मेंस दिखाया है — जिसमें ऑर्डर वॉल्यूम, GMV और नए यूज़र्स की संख्या में वृद्धि शामिल है — लेकिन भारी कैपेक्स (CAPEX) और एक बार के खर्चों के चलते नेट प्रॉफिट पर दबाव बना हुआ है।
Eternal की रीब्रांडिंग और अधिग्रहण रणनीति ने तिमाही तुलना को किया प्रभावित
मार्च 2025 में Zomato ने खुद को “Eternal” के रूप में रीब्रांड किया था — यह नाम अब कंपनी के मल्टी-वर्टिकल, मल्टी-बिजनेस और भविष्य के लिए तैयार पोर्टफोलियो को दर्शाता है। Eternal सिर्फ एक फूड डिलीवरी कंपनी नहीं रही, बल्कि यह अब AI-पावर्ड डिजिटल सर्विस हब बन चुकी है जिसमें क्विक कॉमर्स, मूवी टिकटिंग, इवेंट्स और एक्सपीरियंस बुकिंग जैसे सेगमेंट शामिल हैं।
कंपनी ने बताया है कि जून तिमाही के वित्तीय नतीजों को पिछले साल से सीधे तौर पर तुलना नहीं की जा सकती, क्योंकि इस तिमाही में दो बड़े अधिग्रहणों का असर शामिल है:
1. Orbgen Technologies Pvt. Ltd. (पूर्वतः BookMyShow के कुछ पोर्टफोलियो से जुड़ी)
यह कंपनी मूवी टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म का संचालन करती है। Eternal ने इसे अगस्त 2024 में One 97 Communications (Paytm) से अधिग्रहण किया था। इससे Eternal को मूवी और थिएटर बुकिंग बिजनेस में सीधा प्रवेश मिला।
2. Wasteland Entertainment Pvt. Ltd.
यह कंपनी भारत में लाइव इवेंट्स, कॉन्सर्ट्स, और एक्सपीरियंस बुकिंग से संबंधित सेवाएं देती है। इसके अधिग्रहण के माध्यम से Eternal ने अपने “Outing & Entertainment” वर्टिकल को मजबूत किया है।
इन दोनों अधिग्रहणों के चलते Eternal की राजस्व संरचना और कॉस्ट बेस पूरी तरह से बदल चुका है, जिससे पिछले वर्ष की तिमाही तुलना कुछ हद तक अप्रासंगिक हो जाती है।
क्या कहती है विश्लेषकों की राय?
विश्लेषकों का मानना है कि नेट प्रॉफिट में गिरावट अल्पकालिक है, और यह कंपनी के लॉन्ग टर्म विस्तार और ब्रांड पोजिशनिंग के लिए जरूरी रणनीतिक खर्चों का परिणाम है।
HSBC और Morgan Stanley जैसे ब्रोकरेज मानते हैं कि Eternal इन वर्टिकल्स में मार्केट लीडरशिप की दिशा में बढ़ रहा है, जो 2026-2027 तक प्रॉफिटेबिलिटी को फिर से उच्च स्तर पर ले जा सकता है।
कुछ विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि यदि Eternal अपने नए वर्टिकल्स को सफलतापूर्वक इंटीग्रेट कर पाता है, तो यह भारत का पहला सुपर ऐपबनने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
हालांकि Eternal का नेट प्रॉफिट इस तिमाही में पिछली साल की तुलना में घटा है, लेकिन यह गिरावट किसी संकट की नहीं, बल्कि विकास की रणनीतिक कीमत है। क्विक कॉमर्स और आउटिंग जैसे हाई-पोटेंशियल सेगमेंट में कंपनी का विस्तार इसे एक डायवर्सिफाइड डिजिटल इकोसिस्टमबनने की ओर ले जा रहा है। कंपनी की दीर्घकालिक सोच और आक्रामक अधिग्रहण नीति इसे भारतीय बाजार में एक गहरी और व्यापक उपस्थितिप्रदान कर रही है — जो आने वाले वर्षों में रिटर्न के रूप में सामने आ सकती है।